एक उमर बीत चली है तुझे चाहते हुए,तू आज भी बेखबर है कल की तरह।
मुकम्मल ना सही अधूरा ही रहने दो,ये इश्क़ है कोई मक़सद तो नहीं है।
चाहत हुई किसी से तो फिर बेइन्तेहाँ हुई,चाहा तो चाहतों की हद से गुजर गए,
हमने खुदा से कुछ भी न माँगा मगर उसे,
माँगा तो सिसकियों की भी हद से गुजर गये।
कुछ ख़ास जानना है तो प्यार कर के देखो,अपनी आँखों में किसी को उतार कर के देखो,
चोट उनको लगेगी आँसू तुम्हें आ जायेंगे,
ये एहसास जानना है तो दिल हार कर के देखो।
इश्क में जिस ने भी बुरा हाल बना रखा है।वही कहता है अजी इश्क में क्या रखा है।
इश्क की चोट का कुछ दिल पे असर हो तो सही,दर्द कम हो कि ज्यादा हो, मगर हो तो सही।
लोग सूरत पे मरते हैं जनाबमुझे तो आपकी आवाज से भी मोहब्बत है
हमें आपकी जान नहीं आपका साथ चाहिए।सच्चे प्यार का एक एहसास चाहिए।
जान तो एक पल में ही दी जा सकती है
पर हमें आपकी मोहब्बत आखिरी सांस तक चाहिए
तेरा साथ है तो मुझे क्या कमी है। तेरी हर मुसकान से मिली मुझे खुसी है ।
मुस्कुराते रहना इसी तरह हमेशा।
क्यू की तेरी इस मुस्कान मैं मेरी जान बसी है
दिल में आपकी हर बात रहेगी। जगह छोटी है मगर आबाद रहेगी
चाहे हम भुला दे ज़माने को।
आपकी प्यारी मुस्कान हमेसा याद रहेगी
आपके शिवा किसी को दो पल न दूँ दिल तो बहोत दूर की बात है
मुझे नहीं चाहिए बड़ी बड़ी खुशियां तुझसे बात हो जाये तो। सारी दुनिया की खुसी मेरे कदमो में होती है
हमें सीने से लगा कर हमारी सारी कसक दूर कर दो। हम सिर्फ तुम्हारे हो जाये हमें इतना मजबूर कर दो।
मैं रूठ जाऊं तो आप मना लेना। कुछ मत कहना बस सीने से लगा लेना।
पसंद है मुझे तेरा प्यार से मनाना इस लिए अच्छा लगता है बात बात पर रूठ जाना।
आखें नज़रे आवाज काफी है याद करने के लिए। इस लिए अच्छा लगता है बात बात पर रूठ जाना। -----------------------------------------------------------------------------------तुम कहो तो मैं आज चाहत का अफसाना लिखू तुमको दीवानी लिखू खुद को दीवाना लिखू
तुम कहो तो मैं आज चाहत का अफसाना लिखू
तुमको दीवानी लिखू खुद को दीवाना लिखू
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