मुन्तसिर हम है तो रूखशार पे शबनम क्युआईने तो टूटते ही रहते हैतुम्हे गम क्यु है
चुभ जाती है बातें,तो लहजे मार जाते हैं,यह जिंदगी है जनाब,यहां हम गैरो से ज्यादा,अपने से हार जाते हैं |
मेरा अरमा मेरी ख्वाहिश नही हैये दुनिया मेरी फरमाईश नही हैमै तेरे ख्वाब वापस कर रहा हूँमेरी आंखें अब गुंजाईश नही है
अबके हम तरके रुसोमात करके देखते हैबीच वालो के बिना बात करके देखते हैइससे पहले कि कोई फैसला तलवार करेआखिरी बार मुलाकात करके देखते है
दर्दे मोहब्बत दर्दे जुदाई दोनो को एक साथ मिलामै भी तन्हा तू भी तन्हा आ इसी बात पे हाथ मिला
इश्क मे अपनी वफावो का सिला मांगता हूँआज मै तुझसे बस एक जख्म नया मांगता हूँतुझको आयेगी हँसी सादा मिजाजी पे मेरीदेख मै जहर फरोशो से दवा मांगता हूँ
भीड़ से बचके भी निकलने का मौका ना मिलारास्ता देख कर भी चलने मौका ना मिलालोग तो होते रहे सूरज की अदावो पे निसारहम चिरागों को तो जलने का भी मौका ना मिला
इस तरह तल्ख नवाई से नही चलता हैकाम दुनिया मे बुराई से नही चलता हैप्यार जिन्दा है जमाने मे भले लोगो सेप्यार का नाम लड़ाई से नही चलता है
चाँद को हुस्न गुलाबो को नजाकत दी हैउसने मिट्टी को भी इन्सान की सुरत दी हैचाहता हूँ के तेरे साथ कटे उम्र मगरवक्त ने चंद ही लम्हो की इजाजत दी है
यहा तो सब सियासत है क्या किया जायेमेरा मिजाज मोहब्बत है क्या किया जायेमै जानता हूँ के मेरा कोई जवाब नहीमगर वो शख्स कयामत है क्या किया जाये
हम है आवाज मोहब्बत की सुनाई देंगेतुम अगर याद करोगे तो दिखाई देंगे
दिन मे मिल लेते कही रात जरूरी थी क्याबे नतीजा ये मुलाकात जरूरी थी क्यामुझसे कहते तो आँखो से बुला लेता कहीभीगने के लिये बरसात जरूरी थी क्या
पडे़गी जब कोई मुश्किल पुकारा जाउंगाहर एक इम्तिहान से मै ही पुकारा जाउंगातुम एक पल को भी तन्हा ना छोड़ना मुझेमै अपने पास रहूँगा तो मारा जाउंगा
कभी कभी तेरा गम भी कमाल करता हैसफर मे घर की तरह देख भाल करता हैमेरा तो कुछ भी नही मै तो फूल चुन के लाता हूँगजल का काम तो तुम्हारा ख्याल करता है
कर दिया दिल किसी पत्थर के हवाले हमनेअपने ही घर फूक के देखे उजाले हमने
मुझे फुर्सत कहा जो मौसम सुहाना देखूतेरी याद से बाहर निकलू तो जमाना देखू
रहे न कुछ मलाल बड़ी सिद्दत से कीजियेनफ़रत भी किजिये तो बड़ी मोहब्बत से किजिये
ना जाने हम किस सजिशो के शिकार हो गएजितना दिल साफ रखा उतने ही गुनह गार हो गए
रोज रोते हुवे कहती है जिन्दगी मुझसेसिर्फ एक शख्स की खातिर मुझे बर्बाद ना कर
जिंदगी नरक बनाने के लिए तीन जरूरी चीजेझूठा प्यारमतलबी यारऔर पंचायती रिस्तेदार सबसे खतरनाक
हम नहीं कहते।हमे अपनी जिंदगी का हिस्सा बनाये रखना।बस दूर होकर भी दूरियां न लगे ऐसा रिश्ता बनाये रखना
हम तो सायर है अपना अंदाज जुदा रखते है लोग मंदिर मस्जिद की बात करते है हम तो दिल मे खुदा रखते है
आज का ग्यान ये है अगर किसी से इश्क हो जाये तो जिन्दगी मौत हो जाती है और किसी बेवफा से प्यार हो जाये तो जिन्दगी मौत से बत्तर हो जाती है
किसी भी सर्त पे मंजूर उसकी कुर्बत थी जो दोस्ती है अभी कल वही मोहब्बत थी वो बात जिसको सोच के मै मुद्दतो जीता रहा
बिछडते वक्त बताने की क्या जरूरत थी
अच्छे लोग अच्छी किताबे सब के समझ मे नही आती घटिया लोग और घटिया सामान हमेशा ही तकलीफ देते है
ये तुमको वहेम है कि आगाजे गुफ्तगू हम करेंगे हम जो खुद से रूठ जाये तो सदियो खामोश रहते है
अपनो की साजिशों से परेशान ज़िन्दगी
गैरो से पूछती है तरीका निजात का
दिले उम्मीद तोड़ा है किसी ने सहारा दे के छोड़ा है किसी ने ना मंजिल है ना मंजिल का निशां कहा पे लाके मोड़ा है किसी ने
सख्तियों को झेलने के लिए चाहिए। पत्थर का दिल हाथ भर का हो कालेजा दिल लगाने के लिए
प्यार में सौदा करना आदत है इन अमीरों की जान ले लेती है हम जैसे गरीबों की ।
हद ही करता है तू भी मालिक सीसे का मुकद्दर देकर वक्त के हाथ में पत्थर थमा दिया ।
अपनो से मिला तजुर्बा बस सबका यही सिखाता है
उतना ही मिलो किसी से जितना वो मिलना चाहता है।
हर बात मानी है सर झुका के ये जिंदगी
कभी तू भी हिसाब बराबर कर मेरा।
कभी कभी जवाब न देना ।
सबसे बड़ा जवाब होता है
क्या गजब का नजारा है इस संसार का
हर कोई सबकुछ बटोरने में लगा है खाली हाथ जाने के लिए--------------------------------------------------------------------------------------तुमने चाहा ही नहीं हालात बदल सकते थे मेरे आंसू तेरी आँखों से निकल सकते थे हम तो ठहर गए झील से पानी की तरह दरिया बनते तो बहोत दूर निकल सकते थे ---------------------------------------------------------------------------------------अगर खुशियों की कोई दुकान होती और उसमे हमारी भी पहचान होती बेच देते हम खुद को तुम्हारे लिए चाहे भले ही उसकी कीमत हमारी जान होती। ---------------------------------------------------------------------------------------तुम कहो तो मैं आज चाहत का अफसाना लिखू तुमको दीवानी लिखू खुद को दीवाना लिखू ये जमाना कह रहा है रिस्ते दिल तोड़ दे क्या ये मुमकिन है भला मैं तुमको बेगाना लिखू ----------------------------------------------------------------------------------------कौन कहता है किसी का प्यार पूरा होता है प्यार का पहला अच्छर ही अधूरा होता है
तुम कहो तो मैं आज चाहत का अफसाना लिखू
तुमको दीवानी लिखू खुद को दीवाना लिखू
ये जमाना कह रहा है रिस्ते दिल तोड़ दे
क्या ये मुमकिन है भला मैं तुमको बेगाना लिखू
----------------------------------------------------------------------------------------
कौन कहता है किसी का प्यार पूरा होता है
प्यार का पहला अच्छर ही अधूरा होता है
Post a Comment