![अमित शाह आज दस नक्सल प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ करेंगे बैठक](https://www.jagranimages.com/images/newimg/26092021/26_09_2021-amit_news_22056451_104023100.jpg)
अमित शाह दस नक्सल प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक के लिए पहुंचे विज्ञान भवन.
नई दिल्ली, एएनआइ। गृह मंत्री अमित शाह आज नक्सल प्रभावित 10 राज्यों के साथ बैठक करेंगे। रिपोर्ट के मुताबिक, विज्ञान भवन में आयोजित होनी वाली इस बैठक में दस नक्सल प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों शामिल होंगे। महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे, बिहार के सीएम नीतीश कुमार, ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक, मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान सहित अन्य लोग विज्ञान भवन में मौजूद हैं। वहीं अमित शाह भी बैठक के लिए पहुंच गए हैं।
![Global Citizen Live: सरकार को भरोसेमंद साथी मानें तो गरीबी से लड़ाई संभव- प्रधानमंत्री मोदी](https://www.jagranimages.com/images/newimg/25092021/25_09_2021-modi_global_22055624_01449836.jpg)
Global Citizen Live: सरकार को भरोसेमंद साथी मानें तो गरीबी से लड़ाई संभव- प्रधानमंत्री मोदी.
नई दिल्ली, एएनआइ। देश में मौजूद चुनौतियों में से एक गरीबी (poverty) को रेखांकित करते हुए शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने कहा कि इससे लड़ा जा सकता है लेकिन इसके लिए सरकार को भरोसेमंंद साथी के तौर पर देखना होगा। 25 और 26 सितंबर को आयोजित इवेंट ग्लोबल सिटिजन लाइव में प्रधानमंत्री मोदी वर्चुअली शामिल हुए और इसे संबोधित किया। इस लाइव इवेंट में मुंबई, न्यूयार्क, पेरिस, रियो डि जेनेरो, सिडनी, लास एंजिल्स, लागोस और सियोल समेत कई बड़े शहर शामिल हैं।
![क्वाड देशों ने चीन की आक्रामकता के खिलाफ एक मजबूत रोडमैप तैयार किया है...](https://www.jagranimages.com/images/newimg/25092021/25_09_2021-quad_country_22055300.jpg)
चीन के आक्रामक रवैये के खिलाफ क्वाड का रोडमैप तैयार, सदस्य देशों ने दिए गंभीर संकेत, जानें इसके मायने.
जयप्रकाश रंजन, नई दिल्ली। भारत, अमेरिका, जापान और आस्ट्रेलिया के प्रमुखों की वाशिंगटन में शुक्रवार दोपहर बाद हुई बैठक का इशारा साफ है कि इन देशों के पास हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन के आक्रामक रवैये के खिलाफ एक व्यापक और ठोस एजेंडा है। हिंद-प्रशांत क्षेत्र को अपना साझा भविष्य बताते हुए इस समूचे क्षेत्र को कानून सम्मत बनाने और यहां शांति व समृद्धि लाने के जिस रास्ते पर चलने का वादा इन देशों ने किया है, वह चीन के मौजूदा रवैये से पूरी तरह भिन्न है।
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